Facts About Shiv chaisa Revealed

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

Lord, once the ocean was churned as well as the lethal poison emerged, out of Your deep compassion for all, You drank the poison and saved the world from destruction. Your throat turned blue, Consequently You are often known as Nilakantha.

This short article wants added citations for verification. Make sure you assistance make improvements to this short article by introducing citations to trustworthy resources. Unsourced content might be challenged and taken out.

भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।

कहे shiv chalisa in hindi अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥

शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे ।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी shiv chalisa lyricsl व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *